Wednesday, 25 September 2019

मेरी बेटी, मेरी दुनिया


 
कैसे बताऊं, मेरे लिए तू  क्या है,
आँखों का नूर कहुँ या दिल की धड़कन ,
साँसों की जरुरत कहुँ या लबो की मुस्कान ,
चैनो करार कहुँ या जीने की चाह ,
मन का मंदिर कहुँ या कोई इबादतगाह ,
 कैसे बताऊं, मेरे लिए तू  क्या है,
उदासी के हर मर्ज की दवा की कहुँ, या उमस में शीतल हवा,
पहाड़ की चोटी पर सूरज की किरण कहुँ, या मेरे आंगन में फैला शीतल उजाला,
जो किसी गजल को मुकम्बल कर दे वो काफिया कहुँ ,
या मेरे छोटे से घर को महल कर दे वो शाजिया कहुँ
 कैसे बताऊं, मेरे लिए तू  क्या है,
वो परियो का रूप कहुँ, या कड़कती सर्दियों में सुहानी धुप कहुँ।
वो भोर की चिड़िया की चचाहट कहुँ, या झरने की निश्चिल खिलखलाहट कहुँ।
कैसे बताऊ की मेरा सब कुछ तुझसे ही तो है।
लौटा मेरा बचपन तुझमे ही तो है।
इस जन्मदिन पर मेरी यही तमन्ना है,
तू हर पल खुश रहे , आगे बढे ,
गगन पर चमके चंदा, तू धरती पर चमकेगी
प्रेम की मीठी ख़ुशबू फ़ैलाने, तू कलियों की गमकेगी।
4वे जन्मदिवस पर ढेर सारा प्यार
                                     Awanish 26/09/2019

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