मेरे जीवन को भव्य बनाने, आया तरंग अद्विश है
तू ,
इस अवनीश का अंश, बेटा, भव्यनीश है तू!!
ये साल पहला है
जीवन का तेरे, शायद तू यह समझ
ना पाए,
सबको खुशियाँ
बाटना, कोई तुझ से निराश
ना जाए!!
जब से तू आया है तू बेटा, मेरे जीवन में
बहार छाई है
सिर्फ बेटा नही है तू मेरे जीवन की
परछाई है !!
तोहफे नहीं लाया
हूँ, मै बस दुआ लाया
हूँ
कड़कती धुप में
बचा सके, ऐसी बदलियां लाया
हूँ !!
खुश रहना, औरों को रखना, जीवन का मूल अर्थ
बनाना,
भव्यनीश, नाम तुम्हारा है, इस नाम को सार्थक
बनाना !!
तेरी मुस्कान, तेरी हंसी, तेरा ये तुतलाना, मेरी ऊर्जा का
सांझी है,
मेरे इस जीवन
नैया का तू ही तो मांझी है !!
जीवनपथ पर चलते जाना, मेरे साथ होने या
ना होने पर,
सफलता की सीढ़ी चढ़ना, लेकिन अपने
मूल्यों पर !!
जब तू बड़ा होगा, और समझेगा इन
बातों को,
आँखे बंद कर
मुस्कुरा लेना, थाम के मेरे हाथों को !!
कहने को तो बहुत कुछ है बेटा, पर शायद अभी वो
समय नहीं,
मेरे जीवन का सार तू है, खाली एक वजह नहीं
!!
आज तो पहला
जन्मदिवस है तेरा, क्या उम्मीदों का भार दू,
पर वादा दे रहा
हूँ की, तेरी खुशियों पर
अपनी दुनियाँ वार दू !!
:-अवनीश
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